नासा की दूरबीन ने दिखाई पृथ्वी के जन्म जैसी तस्वीरें,424 प्रकाश वर्ष दूर है नया ग्रह ।
शिकागो (एएफपी) । हमारी पृथी से 424 प्रकाश वर्ष दूर गर्म गंदो - गुबार के बीच धरती जैसा एक ग्रह आकर ग्रहण कर रहा है ।
वैज्ञानिको के मुताबिक एक करोड़ से 1.6 करोड वर्ष की उग्र वाले इस ग्रह का सौरमंडल अभी मुश्किल से किशोरावस्था में है ।
लेकिन जॉन होपकिन्स यूनिवर्सिटी की एप्लाइड फिजिक्स प्रयोगशाला के मुखिया कैरी सिस्से के मुताबिक यह पृथ्वी जैसे ग्रह के जन्म लेने की बिल्कुल सही अवस्था है ।
इस सौरमंडल के दो तारों में से एक के ईदगिर्द धूल की गहरी रिंग बन गई है । वैज्ञानिकों के मुताबिक यह रिंग सौरमंडल के ❛बसने योग्य ❛ क्षेत्रों में जमा हो रही है
और 1 दिन इस जगह पर धरती जैसा मिट्टी - पत्थर से बना ग्रह जन्म लेगा ।
जिसमें पानी भी मौजूद होगा । सिस्से कहते हैं कि सूर्य जैसे तारे के चारों और धूल की ऐसी पट्टियों का जन्म लेना बहूत दुर्बल घटना है और इसके बाहर की और बर्फीली बेल्ट से ग्रह संभावना बनती है
सिस्से के अनुसार इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि 1 दिन वहां धरती जैसा जीवन भी पनपे । उन्होंने कहा कि यह धरती के जन्म की घटना को दोबारा देखने जैसा अनुभव है ।
कि 1 दिन इस ग्रह में पानी भी मौजूद होगा । उन्होंने कहा कि ग्रह का रूप ले रही धूल उन्हीं पदार्थों से बनी है जिसने हमारी पृथ्वी के कष्ट व कौर का निर्माण हुआ है ।
इस दुर्लभ ब्रह्मांडीय घटना की तस्वीरें नासा के स्पिटजर्र स्पेस टेलीस्कोप ने उतारी है ।
शिकागो (एएफपी) । हमारी पृथी से 424 प्रकाश वर्ष दूर गर्म गंदो - गुबार के बीच धरती जैसा एक ग्रह आकर ग्रहण कर रहा है ।
वैज्ञानिको के मुताबिक एक करोड़ से 1.6 करोड वर्ष की उग्र वाले इस ग्रह का सौरमंडल अभी मुश्किल से किशोरावस्था में है ।
लेकिन जॉन होपकिन्स यूनिवर्सिटी की एप्लाइड फिजिक्स प्रयोगशाला के मुखिया कैरी सिस्से के मुताबिक यह पृथ्वी जैसे ग्रह के जन्म लेने की बिल्कुल सही अवस्था है ।
इस सौरमंडल के दो तारों में से एक के ईदगिर्द धूल की गहरी रिंग बन गई है । वैज्ञानिकों के मुताबिक यह रिंग सौरमंडल के ❛बसने योग्य ❛ क्षेत्रों में जमा हो रही है
और 1 दिन इस जगह पर धरती जैसा मिट्टी - पत्थर से बना ग्रह जन्म लेगा ।
जिसमें पानी भी मौजूद होगा । सिस्से कहते हैं कि सूर्य जैसे तारे के चारों और धूल की ऐसी पट्टियों का जन्म लेना बहूत दुर्बल घटना है और इसके बाहर की और बर्फीली बेल्ट से ग्रह संभावना बनती है
सिस्से के अनुसार इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि 1 दिन वहां धरती जैसा जीवन भी पनपे । उन्होंने कहा कि यह धरती के जन्म की घटना को दोबारा देखने जैसा अनुभव है ।
कि 1 दिन इस ग्रह में पानी भी मौजूद होगा । उन्होंने कहा कि ग्रह का रूप ले रही धूल उन्हीं पदार्थों से बनी है जिसने हमारी पृथ्वी के कष्ट व कौर का निर्माण हुआ है ।
इस दुर्लभ ब्रह्मांडीय घटना की तस्वीरें नासा के स्पिटजर्र स्पेस टेलीस्कोप ने उतारी है ।
इस दुर्लभ ब्रह्मांडीय घटना की तस्वीरें नासा के स्पिटजर्र स्पेस टेलीस्कोपने उतारी है । वैज्ञानिकों के मुताबिक इन दृश्यों को धरती तक टेलीस्कोप तक पहुंचने में 424 वर्ष लग गई लेकिन एक नई ग्रह के जीवन की तुलना में यह पलक झपकने जैसा है ।
उन्होंने बताया कि इस ग्रह को हमारी पृथ्वी जैसा रूप ग्रहण करने में अभी और 10 करोड़ साल लग सकते हैं ।
जय हिन्द जय भारत
Comments
Post a Comment